पहचान - जब कुण्डली में मंगल की युति राहु या केतु के साथ हो या दृष्टि से संबंध स्थापित हो जाए तो अंगारक योग का निर्माण होता है।
प्रभाव- अंगारक योग के प्रभावस्वरुप जातक को अधिक क्रोध आना, स्वभाव में चिड़चिड़ापन, तेज स्वर में बात करने कि आदत हो सकती है अथवा अंगारक योग जिस भाव में बना है उस भाव से संबंधित या मंगल के कारक भाव से संबंधित परेशानी हो सकती है। जातक के अपने भाई, मित्रों तथा अन्य रिश्तेदारों के साथ संबंध कि मधुरता नहीं रह पाती है।
उपाय -प्रतिदिन हनुमानजी की उपसाना करें या हनुमान चालिसा का पाठ करें। मंगलवार के दिन लाल गाय को गुड़ रोटि खिलाएं। अपनी कुण्डली के अनुसार उपाय जानने हेतु भाविष्य दृष्टि ज्योतिष संस्थान से सम्पर्क करें।
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